Sale!

Gita Vatika ke Chune Huye Pushp + MAHAKUMBHA: Sanatan Sanskriti + Sundarakanda | Hindu’s Holi Books | Worship & Liturgy | Religious Study (Set of 3 Books in Hindi)

155.00

-80%

Free  shipping on all orders over Rs.499

  • 7 days easy returns
  • Order yours before 2.30pm for same day dispatch
Guaranteed Safe Checkout

Price: ₹775 - ₹155
(as of Nov 16, 2024 14:51:04 UTC – Details)


9789355623447 : Gita Vatika ke Chune Huye Pushp

मनुष्य जीवन दुर्लभ है, अनमोल है। इसका महत्त्व समझे। जीवन अशुभता का करीषचय (गन्दगी का ढेर) न बनने दे, जहाँ से दुष्वृत्तियों, दुर्गुण दुर्भाव एवं दुर्व्यव सनों की दुर्गन्ध – दुर्बास आये।

आओ, प्रवेश करें गीता वाटिका में। विभिन्न भावों के चुने हुए पुष्पों की सुन्दर-सुबासित माला-स्वीकार करें धारण करने का मन बनायें; अवश्य ही अनुभव होगी सद‌विचार, सद्‌गुण एवं सत्कर्म – सद्भाव की प्रेरक सुबास, जगेगा दृढ़ आत्म विश्वास; ज्ञान’. का प्रकाश, ‘आनन्द’ का उल्लास; आओ जी ओगीता’ भावों के साथ पाओ दिव्य ‘श्री कृष्ण कृपा सौगात ।

9789355626103 : MAHAKUMBHA: Sanatan Sanskriti ki Ajasra Chetna

कुंभ भारतीय समाज का ऐसा पर्व है, जिसमें हमें एक ही स्थान पर पूरे भारत के दर्शन होते हैं। हर बारह वर्ष बाद शंकराचार्यों के नेतृत्व में हमारे मनीषी देश की नीति और नियम तय कर समाज को संचालित करते थे। ये नियम सनातन परंपरा को अक्षुण्ण रखने के साथ-साथ समय की माँग के अनुसार भी बनते थे।

कुंभ पर्व के दौरान माँ गंगा में स्नान का महत्त्व भी पुण्यफल देने वाला है। केवल स्नान कर लेने से कुंभ पर्व का उद्देश्य पूरा नहीं होता, जब तक वैचारिक आदान-प्रदान न हो और देश के विभिन्न प्रांतों से विविध भाषा-भाषी आध्यात्मिक उन्नयन, देश के उत्थान की चर्चा, धर्म की चर्चा, अपनी पुरातन संस्कृति को कैसे जीवित रखा जाए तथा समाज को नई दृष्टि देकर उसका मार्गदर्शन कैसे किया जाए आदि पर चर्चा न करें।

9789355210845 : Sundarakanda

संवत्‌ 1631 में तुलसीदासजी ने श्रीरामचरितमानस की रचना प्रारंभ की। दो वर्ष, सात महीने और छब्बीस दिन में यह अद्भुत ग्रंथ संपन्न हुआ। सुंदरकांड मूलतः गोस्वामी तुलसीदास कृत इसी श्रीरामचरित मानस का एक भाग है। सुंदरकांड में हनुमानजी द्वारा किए गए महान्‌ कार्यों का वर्णन है। मानस पाठ में सुंदरकांड के पाठ का विशेष महत्त्व माना जाता है। सुंदरकांड में हनुमान का लंका प्रस्थान, लंका दहन कर लंका से वापसी तक के घटनाक्रम आते हैं। साथ ही उनकी असीम शक्ति, बुद्धि-कौशल और अनन्य भक्ति का पता चलता है। सुंदरकांड का पारायण वाले साधक को असीम ऊर्जा और प्रेरणा प्राप्त होती है।

ASIN ‏ : ‎ B0DMFGZ3F6
Publisher ‏ : ‎ Prabhat Prakashan Pvt. Ltd. (7 November 2024)
Language ‏ : ‎ Hindi
Paperback ‏ : ‎ 432 pages
Item Weight ‏ : ‎ 355 g
Dimensions ‏ : ‎ 22 x 14 x 1.6 cm
Country of Origin ‏ : ‎ India
Net Quantity ‏ : ‎ 3 Count
Packer ‏ : ‎ BestSellingBooks
Generic Name ‏ : ‎ Book

Be the first to review “Gita Vatika ke Chune Huye Pushp + MAHAKUMBHA: Sanatan Sanskriti + Sundarakanda | Hindu’s Holi Books | Worship & Liturgy | Religious Study (Set of 3 Books in Hindi)”

Your email address will not be published. Required fields are marked *